लॉर्ड कर्जन की हवेली, बनी साल की सबसे अनोखी फिल्म डार्क कॉमेडी और सस्पेंस का शानदार संगम

बॉलीवुड में 2025 का अक्टूबर महीना सस्पेंस और डार्क ह्यूमर की फिल्मों के नाम हो चुका है। इसी कड़ी में आज यानी 10 अक्टूबर 2025 को रिलीज़ हुई ‘Lord Curzon Ki Haveli’ ने अपने दिलचस्प ट्रेलर और अनोखी कहानी से दर्शकों की उत्सुकता बढ़ा दी है। इस फिल्म में रसीका दुगल और अर्जुन माथुर मुख्य भूमिकाओं में हैं, जबकि निर्देशन का जिम्मा संभाला है अंशुमन झा ने।
कहानी और शैली
‘Lord Curzon Ki Haveli’ की कहानी यूके की पृष्ठभूमि में सेट की गई है। यह एक डिनर पार्टी से शुरू होती है, जहां चार भारतीय प्रवासी मिलते हैं — हर एक के पास कोई न कोई रहस्य छुपा है। धीरे-धीरे यह मीटिंग एक भयानक और रहस्यमय खेल में बदल जाती है।
फिल्म को एक डार्क कॉमेडी थ्रिलर कहा जा रहा है, जिसमें व्यंग्य, अपराध, रहस्य और हास्य का मिश्रण है। अंशुमन झा ने कहानी को इस तरह गढ़ा है कि दर्शक अंत तक अनुमान नहीं लगा पाते कि असली “खेल” कौन खेल रहा है।
फिल्म का शीर्षक Lord Curzon Ki Haveli सुनकर ब्रिटिश राज का माहौल ज़रूर याद आता है, लेकिन इसकी कहानी वर्तमान प्रवासी भारतीयों की जटिल मानसिकता और पहचान संघर्ष को व्यंग्यात्मक ढंग से दर्शाती है।
कलाकारों का प्रदर्शन
रसीका दुगल, जिन्हें पहले मिर्जापुर और लूटकेस जैसी परियोजनाओं में देखा गया था, यहाँ एक मजबूत, रहस्यमयी महिला के रूप में नज़र आती हैं। उनका अभिनय संतुलित और प्रभावी है — खासकर उन दृश्यों में जहाँ वह अपनी भावनाओं को व्यंग्यात्मक मुस्कान के पीछे छुपाती हैं।
अर्जुन माथुर, जिन्हें Made in Heaven सीरीज़ से पहचान मिली, ने एक ऐसा किरदार निभाया है जो धीरे-धीरे दर्शकों के सामने खुलता है। उनकी अभिव्यक्ति और संवाद शैली दर्शकों को कहानी में बांध लेती है।
तान्या मानिकतला और पारुल गुलाटी जैसे सह-कलाकारों ने फिल्म में और गहराई जोड़ी है। इन सबका अभिनय फिल्म की ताकत बनता है।
निर्देशन और तकनीकी पक्ष
अंशुमन झा का निर्देशन फिल्म की सबसे बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने डार्क ह्यूमर को भारतीय संवेदना से जोड़ने की कोशिश की है, जो पहले बॉलीवुड में बहुत कम देखने को मिलता है।
फिल्म का सिनेमैटोग्राफी उत्कृष्ट है। यूके में शूट हुई यह फिल्म विजुअल रूप से आकर्षक है — हवेली का गॉथिक माहौल, कोहरे से ढकी रातें, और नीयन लाइट्स का प्रयोग इसे एक सिनेमैटिक अनुभव बनाते हैं।
बैकग्राउंड म्यूज़िक (BGM) रहस्य और तनाव को बढ़ाता है, जबकि संवादों में व्यंग्य और बुद्धिमत्ता की झलक बनी रहती है।
समीक्षा और दर्शकों की प्रतिक्रिया
रिलीज़ के पहले ही दिन से सोशल मीडिया पर फिल्म की चर्चा छाई हुई है। दर्शकों ने इसे “साल की सबसे अलग फिल्म” कहा है। समीक्षकों ने इसे 4/5 की औसत रेटिंग दी है, विशेष रूप से कहानी के प्रयोगात्मक स्वरूप और कलाकारों के प्रदर्शन के लिए।
कुछ समीक्षाएँ यह भी कहती हैं कि फिल्म अपने दूसरे भाग में थोड़ा धीमी पड़ जाती है, लेकिन अंतिम 15 मिनट सब कुछ बदल देते हैं — यही इसकी खासियत है।
थीम और संदेश
‘Lord Curzon Ki Haveli’ दरअसल सिर्फ एक सस्पेंस फिल्म नहीं है। यह भारतीय समाज के उन मुखौटों पर सवाल उठाती है जो “सभ्य” दिखने की कोशिश में अपने अंदर की असुरक्षा छुपाते हैं।
यह फिल्म बताती है कि सच्चाई और मुखौटा — दोनों एक ही व्यक्ति में बसते हैं।
इसका व्यंग्य भले ही हास्य के आवरण में हो, लेकिन इसका प्रभाव गहरा है।
बॉक्स ऑफिस और भविष्य
फिल्म को सीमित सिनेमाघरों में रिलीज़ किया गया है, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट बताती हैं कि यह अच्छी ओपनिंग ले रही है। मल्टीप्लेक्स दर्शक इसे “कंटेंट-ड्रिवन” सिनेमा के रूप में पसंद कर रहे हैं।
पहले वीकेंड में ₹8–10 करोड़ की कमाई की संभावना जताई जा रही है, जो इसके लो-बजट मॉडल के हिसाब से बहुत बेहतर है।
यदि वर्ड-ऑफ-माउथ मजबूत रहा, तो ‘Lord Curzon Ki Haveli’ Andhadhun या Drishyam जैसी कल्ट फिल्मों की सूची में शामिल हो सकती है।