बांदकपुर धाम दमोह, पर बन रही है एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म, इसका पोस्टर विमोचन जागेश्वर नाथ मंदिर में हुआ,

बुंदेलखंड के प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र जागेश्वरनाथ धाम जोकि देश में 13वें ज्योतिर्लिंग के रूप में पूजे जाते हैं ,भगवान जागेश्वरनाथ बांदकपुर धाम का बेहद रोचक इतिहास है। खबर है कि इस धाम पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म, ओम शिव शक्ति फिल्म्स इंटरनेशनल के बैनर द्वारा बनने जा रही है। इसका नाम स्वयंभू श्री जागेश्वर नाथ होगा ।
देखा जाए तो बॉलीवुड की रुचि निरंतर मध्यप्रदेश में बढ़ रही है। गौरतलब़ हो कि दमोह के प्रसिद्ध गवान जागेश्वरनाथ बांदकपुर धाम के रोचक इतिहास पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनने जा रही है। इस फिल्म का प्रथम पोस्टर विमोचन भी श्री जागेश्वर नाथ मंदिर में ही हुआ और मंदिर के प्रबंधक रामकृपाल पाठक से इसका विमोचन कराया गया।
हरीश पटेल जो कि बॉलीवुड में बतौर सिनेमैटोग्राफर कार्य कर रहे है उनका इस फिल्म के बारे में बयान है कि बांदकपुर धाम हमारे बुंदेलखंड और दमोह का सबसे प्रसिद्ध और प्राचीन धाम है।
यहां पर दूर दूर से लोग भोलेनाथ स्वयंभू जागेश्वर नाथ के दर्शन करने और उनकी महिमा देखने आते हैं। हमारी पूरी टीम उनके इतिहास पर बहुत बारीकी के साथ स्टेडी करके और सभी पुराने जानकार लोगो से धाम के बारे में तथ्य इकट्ठे कर रहे हैं। इसके बाद हम इस फिल्म की स्टोरी पर काम करेंगें। जैसे ही स्टोरी का काम पूरा होगा वैसे ही शूटिंग शुरू हो जाएगी।इस फिल्म का पोस्टर बेहद आकर्षक बना है और अपने विमोचन के साथ ही पूरे शहर में चर्चा का विषय हो गया है।
आपको बता दें कि हरीश पटेल ने हाल ही में दमोह जिले के ही एक स्मार्ट गांव पड़रिया थोबन पर एक बेहतरीन डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाकर यूट्यूब पर रिलीज की थी, जिसका नाम है ये गाँव मेरा, ये दर्शको द्वारा खूब सराही जा रही है। यही नहीं फिल्म फेस्टिवलों में भी इसकी स्क्रीनिंग की जा रही है। पटेल ने ये भी कहा कि ये आस्था का विषय है, बिना जागेश्वर नाथ की प्रेरणा के उन पर कोई फिल्म बनाने का साहस नहीं कर सकता इसलिए जो कुछ हो रहा है , उसका सारा श्रेय उन्हीं को है, उन्हीं की प्रेरणा से ये हो रहा है। इसलिए जैसी जागेश्वर नाथ से हमें प्रेरणा मिलती रहेंगी हम फिल्म पर वैसे ही कार्य करते रहेंगे। मैं इस फिल्म का निर्देशक स्वयं महादेव को ही मानता हूँ।
सिनेमेटोग्राफर ,दमोह के ही रहने वाले हैं..
हरीश दमोह के ही रहने वाले हैं, हाल ही में उनकी डॉक्यूमेंट्री फिल्म “ये गांव मेरा” को महाकौशल फिल्म फेस्टिवल में पुरस्कार मिला।और उसके बाद ये फिल्म पुनः मुंबा इंटरनेशनल शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल के लिए भी चुनी गई है, सिलसिला यही नहीं रूका देव गिरी फिल्म फेस्टिवल के लिए भी इस डोक्यूमेंट्री फिल्म का चयन कर लिया गया है।